Advertisements जयवंती शुक्ला में कविमन है, ये मैं तब से जानता था जब से उन्हें नाटक में काम करते देखा. किरदारों को समझते देखा. लेकिन वह कविता करती हैं, ये यकीन मुझे तब हुआ जब उन्हें जरूरतमंदों के लिए तन मन धन से काम करते देखा. उनकी ये कविताएं उसी कविमन की एक झलक हैं … Continue reading जयवंती शुक्ला की तीन कविताएं
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